हरदोई: आगामी सहकारिता चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की हुई बैठक। मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश पाल और जिला अध्यक्ष सौरभ मिश्र की उपस्थिति में चुनावों को लेकर रणनीति तय हुई। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री ओम वर्मा ने किया।
जिला सहकारिता प्रकोष्ठ की बैठक में आगामी सहकारिता चुनाव की तैयारियों की कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जानकारी दी गई। बताया गया कि 19 फरवरी को प्रदेश भर में सहकारिता के चुनाव होंगे। चुनाव को देखते हुए प्रदेश संघठन ने लखनऊ में बैठक लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी राय की है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस जिम्मेदारी को पूर्ण रूप से निभाना है। सहकारिता के भाव से जन जन तक विकास पहुंच सके, इसके लिए पार्टी प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता में अभूत पूर्व बदलाव लाने के लिए केंद्र में अलग से सहकारिता विभाग बनाया। जिस लक्ष्य के साथ यह विभाग बना उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अमित शाह पूरे तन मन से लगे हुए है। हरदोई में सहकारिता का अद्भुत इतिहास रहा है। ठाकुर महेश सिंह सहकारिता की सेवा के माध्यम से ही विधान सभा की सीढ़ी चढ़ थे। जिसके बाद हरदोई के बड़े बड़े नेता सहकारिता के माध्यम से आगे बढ़े।
हरदोई में 234 सोसायटी थी, आज दुर्भाग्य है यह गिनती सिमटती हुई मात्र 100 के लगभग रह गई हैं। भारत सरकार ने सहकारिता क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव के लिए बहुत बड़ा कदम उठाया है। जनपद को 89 करोड़ रुपए की सहायता बैंकों के माध्यम से देकर कोपरेटिव को सशक्त बनाने हेतु भेजा गया।
बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा देश के गांव गांव तक में जीर्ण शीर्ण और मृत प्राय सोसायटियों के डेटा निकालकर उन्हें दोबारा से कैसे खड़ा किया जाए, इसके लिए भारत सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है।
5 मार्केटिंग सोसायटी, 28 सहकारी संघ हरदोई जिले में है। इनको हमे फिर से अपने पैरों पर खड़ा करना है। सहकारिता चुनाव के माध्यम से पार्टी और संघठन का प्रयास है कि कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में समायोजित किया जाए। ये गुण पार्टी के कार्यकर्ताओं में ही है जो बिना किसी लोभ और लाभ के गरीब, वंचित और पिछड़े क्षेत्रों का विकास कर सकते है।सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए आज से सदस्यता अभियान शुरू हो रहा है, जो 29 तारीख तक चलेगा। जनसेवा का प्रण करते हुए सभी को इससे जुड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि
जिला प्रभारी बोले पार्टी ग्रामीण भारत की सेवा का सबसे बड़ा मंच है सहकारिता और पंचायत। कार्यकर्ता प्राथमिक सदस्य बनकर ही जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के सहकारिता चुनाव में प्रतिभाग कर इस क्रांति में अपना योगदान दे सकते है।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सहकारिता मंत्री बनकर क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया। लेकिन समाजवादी पार्टी ने जब से इस क्षेत्र में सेवा की जगह मेवा खाने का कार्य शुरू कर दिया। वही से पार्टी और उनके कार्यकर्ताओं का पतन शुरू हो गया। ग्रामीण स्तर की सोसायटी अराजक तत्वों से भर गई। सहकारिता के प्राथमिक सदस्यता के लिए 121 रुपए का शुल्क देकर आप इस प्रक्रिया में शामिल हो सकते है। यह पहली सीढ़ी है। आज पार्टी के कार्यकर्ताओं के कंधों पर सहकारिता के आंदोलन को सशक्त बनाने का बड़ी जिम्मेदारी है।सहकारिता क्षेत्र बहुत बड़ा क्षेत्र है, जिसमे क्रय विक्रय, डीसीडीएफ, गन्ना समितियां, दुग्ध समितियों जैसी छोटी समितियों से लेकर पीसीएफ, कृभको, सहकारी चीनी मिल, कॉपरेटिव बैंक आदि जैसे उपक्रम है जो देश के ग्रामीण विकास में अहम योगदान दे रहे है।
जिला अध्यक्ष सौरभ मिश्र ने सभी कार्यकर्ताओं को सहकारिता आंदोलन को सशक्त बनाने में सभी कार्यकर्ताओं को अपना योगदान देना का आवाहन किया। राजनीति में सेवा ही धर्म है और सहकारिता क्षेत्र में सेवा करने का यह अभूतपूर्व अवसर हम सभी कार्यकर्ताओं को मिल रहा है।
बैठक में मुख्य रूप से पूर्व जिला अध्यक्ष विद्याराम वर्मा, राम बहादुर सिंह, रामकिशोर गुप्ता, जिला महामंत्री अजीत सिंह बब्बन, अनुराग मिश्र, जिला उपाध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री कर्मवीर सिंह चौहान संदीप सिंह एसपी मौर्य प्रीतेश दीक्षित जिला मंत्री अविनाश पांडे अजय शुक्ला कोषाध्यक्ष डॉ अनुज गुप्ता जिला मीडिया प्रभारी गांगेश पाठक कार्यालय मंत्री अतुल सिंह सह मीडिया प्रभारी परेश गुप्ता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष आकाश सिंह महिला मोर्चा अलका गुप्ता कार्यालय प्रभारी सत्यम शुक्ला पिछड़ा मोर्चा अनिल राजपूत अनुसूचित मोर्चा के महिपाल गौतम किसान मोर्चा विश्वराज सिंह आदि मौजूद रहे।