हरदोई,मंत्रोच्चार के बीच मंदिर में मूर्ति की हुई प्राण प्रतिष्ठा

गायत्री प्रज्ञा पीठ पिहानी के प्रमुख ट्रस्टी अतुल कपूर व उनकी टोली ने संपन्न कराया प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम

हरदोई।पिहानी क्षेत्र के कालाबोझ गांव के नवनिर्मित मंदिर में गायत्री प्रज्ञा पीठ की पिहानी की टोली की देख रेख में मूर्ति स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मंत्रोचार के बीच धूम धाम के साथ किया गया। मंदिर में शिव, पार्वती ,गणेश, नंदी, हनुमान आज मूर्तियों की विद्वानों ने स्थापित करायी। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा लगाये जा रहे मां गायत्री के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख पिहानी कुशी बाजपेई ने देव मंच पर पुष्पांजलि अर्पित की। आयोजक रामलाल ने ब्लाक प्रमुख कुशी वाजपेई का मंगल तिलक लगाकर स्वागत किया।
इस मौके पर नवनिर्मित मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा एवं मूर्ति स्थापना समारोह में उपस्थित ब्लाक प्रमुख कुशी बाजपेई ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान सदैव हमें सामाजिक समरसता, भाईचारा, जीवदया आदि का संदेश देते रहे है। हमें भी इनसे प्रेरणा लेकर केवल माता-पिता, गुरु एवं जीव की सेवा करना चाहिए। बल्कि समाज में आपसी मेलजोल को बढ़ावा देते हुए सामाजिक समरसता को बनाए रखने में भी आगे रहना चाहिए। वहीं समारोह की रामपाल व रमेश ने मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले ग्रामीणों का आभार जताया। गायत्री प्रज्ञा पीठ पिहानी के अनिल राठौर, रजनीश मिश्रा विवेक कुमार के संगीत पर श्रोता झूम उठे। संजय सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पूजन आज संपन्न कराया। इस मौके पर प्रमुख ट्रस्टी अतुल कपूर ने कहा कि प्रतिमा में जान डालने की विधि को ही प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। यह मूर्ति को जीवंत करती है जिससे की यह व्यक्ति की विनती को स्वीकार कर सके। प्रमुख दृष्टि ने मौजूद भक्तों से कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा की यह परंपरा हमारी सांस्कृतिक मान्यता जुड़ी है कि पूजा मूर्ति की नहीं की जाती, दिव्य सत्ता की, महत् चेतना की, की जाती है। सनातन धर्म में प्रारंभ से ही देव मूर्तियां ईश्वर प्राप्ति के साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधन की भूमिका निभाती रही हैं। अपने इष्टदेव की सुंदर सजीली प्रतिमा में भक्त प्रभु का दर्शन करके परमानंद का अनुभव करता है और शनै: शनै: ईश्वरोन्मुख हो जाता है। देवप्रतिमा की पूजा से पहले उनमें प्राण-प्रतिष्ठा करने की पीछे मात्र परंपरा नहीं, परिपूर्ण तत्त्वदर्शन सन्निहित है। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं कमलेश गुप्ता, रमेश मिश्रा, रामेश्वर शर्मा ,पंकज बाबू वर्मा, प्रशांत यादव ,कमलेश गुप्ता समेत कई लोगों ने देखी।

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