
संवाददाता,, नरेश गुप्ता
सीतापुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने आज सीतापुर में पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विकास भवन के सामने किया गया, जहाँ बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और नेता जमा हुए। प्रदर्शन का मुख्य कारण नैमिषारण्य के थाना प्रभारी और पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के बीच हाल ही में हुई झड़प है।

सपा का आरोप है कि पुलिस ने पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के साथ अभद्र व्यवहार किया और उनका अपमान किया। यह घटना नैमिषारण्य नगर पालिका उपचुनाव के दौरान हुई थी। इस झड़प का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें पुलिस अधिकारी और पूर्व विधायक के बीच तीखी बहस देखी जा सकती है।

क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले नैमिषारण्य के ललिता देवी मंदिर परिसर में पूर्व विधायक अनूप गुप्ता और पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी मौजूद थे। इसी दौरान, किसी बात को लेकर पुलिसकर्मियों और उनके समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई। यह विवाद इतना बढ़ गया कि मामला हाथापाई और धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। सपा नेताओं ने इसे पुलिस का अभद्र व्यवहार बताया, जबकि पुलिस अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई करने की बात कही।

सपा का आरोप और मांग
इस घटना से नाराज होकर सपा के स्थानीय नेताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने सत्ता के दबाव में पूर्व विधायक का अपमान किया है। सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
आज के प्रदर्शन में, सपा कार्यकर्ता एकजुट होकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और थाना प्रभारी को हटाने की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने जिले में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और यह स्पष्ट है कि सपा इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने की तैयारी में है। विकास भवन के सामने जारी यह धरना प्रदर्शन जिले में कानून-व्यवस्था और राजनीतिक हलचल पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
