
बेल्ट कांड: बीएसए को पीटने वाले प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा को मिली जमानत, जेल से रिहाई का रास्ता साफ
संवाददाता,, नरेश गुप्ता
सीतापुर: बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) कार्यालय में हुए बहुचर्चित ‘बेल्ट कांड’ के आरोपी प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा को बड़ी राहत मिली है। जिला जज न्यायाधीश कुलदीप कुमार ने शिक्षक बृजेंद्र वर्मा को जमानत दे दी है। यह फैसला तब आया जब कोर्ट के आदेश पर उन पर लगी जानलेवा हमले की धारा 307 हटा दी गई, जिसके बाद उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, जेल से शिक्षक की रिहाई कब होगी, यह जमानत ऑर्डर बाहर आने के बाद ही साफ हो पाएगा।

क्या था पूरा मामला?
यह पूरा विवाद विकासखंड महमूदाबाद के ग्राम नदवा स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा और तत्कालीन बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह के बीच का है। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब प्रधानाध्यापक वर्मा को एक स्पष्टीकरण देने के लिए बीएसए कार्यालय बुलाया गया था। आरोप है कि इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि शिक्षक बृजेंद्र वर्मा ने बेल्ट निकालकर बीएसए की पिटाई कर दी। यह पूरी घटना कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई थी, जिसके बाद शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था और उन्हें निलंबित भी कर दिया गया था।
बताया जाता है कि इस पूरे विवाद के पीछे एक महिला शिक्षिका की उपस्थिति (अटेंडेंस) का मामला था, जिसमें प्रधानाध्यापक वर्मा और बीएसए के बीच मतभेद थे। शिक्षक संघों और स्थानीय लोगों ने प्रधानाध्यापक वर्मा के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए उनके समर्थन में आवाज उठाई थी, वहीं स्कूल के बच्चों और अभिभावकों ने भी उनके समर्थन में स्कूल के गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था।
कोर्ट से मिली बड़ी राहत
प्रारंभ में लोअर कोर्ट ने बृजेंद्र वर्मा की जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद उनके परिवार ने सेशन कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने सीसीटीवी फुटेज का संज्ञान लिया और यह निर्देश दिया कि शिक्षक पर दर्ज जानलेवा हमले की धारा 307 को हटा दिया जाए। जानलेवा हमले की धारा हटने के बाद ही शिक्षक को जमानत मिलने का रास्ता खुल गया। शनिवार को सुनवाई के बाद भी फैसला न आने पर कोर्ट ने आज 6 अक्टूबर की तारीख तय की थी, जिस पर यह फैसला आया है।
प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा को जमानत मिलना उनके और उनके समर्थकों के लिए बड़ी राहत है। वहीं, दूसरी तरफ इस विवाद के बाद बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह को भी निलंबित कर दिया गया था, और शिक्षिका अवंतिका गुप्ता भी निलंबित चल रही हैं। इस चर्चित ‘बेल्ट कांड’ ने उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था, और अब जमानत मिलने के बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है।
