फाइलेरिया, कुष्ठ व क्षय रोग के बारे में किया जागरूक
इटावा, 17,जनवरी 2023
एकीकृत निश्चय दिवस पर सोमवार को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी रोगियों के साथ फाइलेरिया, कुष्ठ और कालाजार से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया गया। संचारी रोग नोडल डॉ श्रीनिवास ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एकीकृत निक्षय दिवस पर आशा, एएनएम, स्वास्थ्य टीम ने क्षय फाइलेरिया, कुष्ठ, कालाजार उन्मूलन के संदर्भ में जागरूकता कार्यक्रम कर इन रोगों से बचाव के लिए लोगों को जानकारी दी गई और पंपलेट बांटे गए। जनपद में एकीकृत निक्षय दिवस परओपीडी में आए 546 लोगों की स्क्रीनिंग व जांच भी की गई।
इसी क्रम में सैंफई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ सुशील ने निक्षय दिवस के अवसर ओपीडी में आए रोगियों को क्षय रोग के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि क्षय रोग माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु से होता है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। हालांकि टीबी का वायरस मस्तिष्क, हड्डियों, गुर्दे,त्वचा, हृदय को भी प्रभावित कर सकता है। उन्होंने बताया कि नाखून और बाल छोड़कर टीबी शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है।डॉ सुशील बताया कि 2 हफ्तों से अधिक समय से खांसी आए, शाम को बुखार,बलगम के साथ खून आना, वजन कम होना जैसे लक्षण अगर प्रतीत हो रहे हो तो टीबी की जांच अवश्य करवाएं। और जो लोग टीबी का इलाज करवा रहे हैं वह नियमित अपनी दवा का सेवन करें इलाज को बीच में बिल्कुल न छोड़े।
डॉ सुशील ने बताया कि क्षय रोगियों को उचित पोषण प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा निक्षय पोषण योजना के तहत हर महीने ₹500 भी दिए जा रहे हैं जिससे क्षय रोगी अपना खानपान बेहतर पाएसीनियर टीबी ट्रीटमेंट सुपरवाइजर कुंवर सिंह ने बताया कि निक्षय दिवस पर 18 लोगों की टीबी जांच की गई।
महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर क्षय रोगियों को वितरित किया गया पोषाहार
निक्षय दिवस के अवसर पर महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 5 क्षय रोगियों को पोषाहार वितरित किया गया इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ गौरव त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में सीएचसी पर 125 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है व 54 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है।
डॉ गौरव ने बताया कि क्षय रोग से मुक्ति पाने के लिए उचित पोषण के साथ भावात्मक सहयोग की भी बहुत आवश्यकता होती है। इसलिए निक्षय दिवस पर सीएचसी के सभी अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की तरफ से एक पहल की गई है जिसमें हर माह के 15 तारीख को मनाए जाने वाले निक्षय दिवस पर गोद लिए गए कम से कम पांच क्षय रोगियों को पोषाहार वितरित करने के साथ क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगे भी क्रमवार सभी गोद लिए हुए क्षय रोगियों को हर निक्षय दिवस पर पोषाहार वितरित किया जाएगा।
डीपीसी कंचन तिवारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर निक्षय दिवस मनाया गया और टीबी के प्रति लोगों को सामुदायिक रूप से जागरूक किया गया उन्होंने बताया कि राजकीय महिला शरणालय जाकर 9 साल की बच्ची टीबी की जांच की गई और वह बच्ची जिसका अभी तक कोई नाम नहीं था निक्षय दिवस पर उस बच्ची को “निक्षया” नाम भी दिया गया।