श्रावस्ती,परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता को एक और बहादुर ने बढ़ाए कदम

  • भिनगा सीएचसी पर हुआ एनएसवी का सफल ऑपरेशन

श्रावस्ती बीती दो माह से भी कम अवधि में जिले के तीन बहादुर पुरुषों ने परिवार नियोजन में अपनी भागीदारी निभाते हुए स्थाई साधन के रूप में नसबंदी पर भरोसा जताया है। पुरुषों का नसबंदी को लेकर यह भरोसा परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने मील का पत्थर साबित होगा। इन तीन में से दो पुरुषों ने पुरुष नसबंदी पखवारे के दौरान बीते दिसंबर माह में और एक ने इसी जनवरी माह में अपनी नसबंदी कराई है। यह नसबंदी (एनएसवी) ऑपरेशन एसीएमओ डॉ. उदयनाथ तिवारी द्वारा भिनगा सीएचसी पर किया गया है। जमुनहा ब्लॉक के निवासी इस बहादुर ने अपना नाम न प्रकाशित किए जाने का अनुरोध करते हुए कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़नी चाहिए, इससे परिवार नियोजन कार्यक्रम को और गति मिलेगी।
एसीएमओ डॉ. उदयनाथ तिवारी ने बताया कि समाज में एक आम धारणा है कि नसबंदी से पुरुषों में कमजोरी आ जाती है। लेकिन ऐसा कतई नहीं हैं। यह एक भ्रांति मात्र है। पुरुष नसबंदी करने की प्रक्रिया महिला नसबंदी के मुकाबले बहुत ही सरल और सुरक्षित है। इस पूरी प्रक्रिया में 10 से 15 मिनट का समय लगता है और इसमें ज्यादा से ज्यादा दो दिन के आराम की जरूरत होती है या उसकी भी जरूरत नहीं होती है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के लिए पुुरुषों को ही आगे आना चाहिए, क्योंकि पुरुषों की शारीरिक संरचना महिलाओं की अपेक्षा अधिक सरल होती है। उन्होंने बताया कि यह एक मामूली आॅपरेशन है, जिस दौरान कोई चीर फाड़ नहीं की जाती और न ही कोई टांका लगाया जाता है। आपरेशन से एक घंटे बाद आदमी घर जा सकता है और 72 घंटे बाद व्यक्ति अपना रोजमर्रा का कामकाज आम दिनों की तरह कर सकता है। नसबंदी आपरेशन के बाद किसी भी किस्म की शारीरिक कमजोरी नहीं आती, यह सिर्फ वहम हैं। यह औरत के नलबंदी आपरेशन के मुकाबले हर पक्ष से अपनाना आसान है। आपरेशन करवाने वाले व्यक्ति की उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए। व्यक्ति शादीशुदा होना चाहिए और एक बच्चा होना जरूरी है।
सीएमओ डॉ. एसपी तिवारी ने बताया कि इस एनएसवी के लिए संबंधित लाभार्थी को प्रेरित करने में मोबियस फाउंडेशन का सराहनीय योगदन रहा है। मोबियस फाउंडेशन के हेल्थ एक्सटेंशन अधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि इस एनएसवी के लिए संबंधित लाभार्थी को प्रेरित करने में मोबियस फाउंडेशन का अच्छा प्रयास रहा है। मोबियस फाउंडेशन के हेल्थ एक्सटेंशन अधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि पुरुषों को नसबंदी ऑपरेशन करवाने पर 3,000 रुपए और ऑपरेशन के लिए प्रेरित करने वाले व्यक्ति को 400 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि जमुनहा ब्लॉक की तीन महिला लाभार्थियों को भी प्रेरित कर उनका नसबंदी ऑपरेशन सीएचसी मल्हीपुर में डॉ. सुजीत ने किया है।

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