हरदोई।
श्री रामचंद्र मिशन एवं हार्टफुलनेस संस्था की ओर से श्री सरस्वती सदन में आयोजित तीन दिवसीय ध्यान उत्सव रविवार को संपन्न हुआ. तीसरे दिन संस्था के प्रशिक्षक राजीव गुप्ता ने यहाँ उपस्थित ध्यान उत्सुकों को हार्टफुलनेस ध्यान के तीसरे सोपान ‘प्रार्थना’ महत्व समझाया और बताया कि किस तरह से यह ध्यान साधना पद्धति मानव जीवन के उच्चतर आयामों को समझने और उन तक पहुँचने में मनुष्य की सहायता कर सकती है.
कार्यक्रम की संयोजिका एवं हार्टफुलनेस प्रशिक्षक अनुपम सिंह ने महाभारत का उदाहरण देकर प्रार्थना की शक्ति के बारे में समझाते हुए कहा कि द्यूत सभा में जब द्रौपदी ने सच्चे हृदय से प्रार्थना के माध्यम से खुद को ईश्वर के चरणों में समर्पित कर दिया तो उन्हें सहायता प्राप्त हुई. इस चर्चा के पश्चात् उपस्थित लोगों को ध्यान कराया गया.
ध्यान समाप्त होने के पश्चात् ध्यान उत्सुकों का हार्टफुलनेस पोलारिटी से परिचय कराया गया. यह ऐसी क्रिया है जहाँ ध्रुवीय ऊर्जा के माध्यम से मानव शरीर के ऊर्जा क्षेत्रों में असंतुलन को व्यवस्थित किया जाए तो उसे कई शारीरिक परेशानियों को कम करने में सहायता मिल सकती है. हार्टफुलनेस से जुड़ी बहन राधिका रावत एवं सुधा गुप्ता ने जिज्ञासुओं का पोलारिटी करके दिखाई. इसके बाद सत्र में शामिल हुए युवा सदस्यों को श्रीमती मंजू वाजपेयी एवं स्टार अस्पताल की डॉक्टर आयुषी मिश्र ने हार्टफुलनेस ध्यान से सम्बंधित किताबें भेंट की. .
संयोजिका अनुपम सिंह ने जानकारी दी कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कई नए अभ्यासी संस्था के साथ जुड़े. हार्टफुलनेस संस्था द्वारा आने वाले दिनों में ऐसे कई सार्वजनिक आयोजन वृहद् स्तर पर किये जायेंगे जहाँ ध्यान में रुचि रखने वाले नगर वासियों को नि शुल्क ध्यान प्रशिक्षण दिया जायेगा.