हरदोईl पदमलापुर गंगा एक्सप्रेस वे के निकट चल रहे विश्व भर में शांति के संदेश का परचम फहराने वाले विश्व शांति दूत एवं प्रख्यात वक्ता प्रेम रावत जी ने कहा जिसने अपने अंदर शांति का अनुभव किया है जिसने अपने अंदर दया का अनुभव किया है जिसने अपने अंदर समझ का अनुभव किया है उसका घर कोई भी तूफान आए वह कहीं नहीं जाएगा जो आपके अंदर है उसको आप समझिए जो आपके हृदय के अंदर शांति बसी हुई है उसका अनुभव कीजिए अगर अंदर मजबूती है आपके अंदर मजबूती है तो बाहर चाहे तूफान आए ना आए क्योंकि तूफान तो जरूर आएगा पर आपका घर भूसा का बना है या सीमेंट का बना है अगर भूसे का बना है तो हवा आएगी उड़ा के ले जाएगी और जिसने अपने अंदर शांति का अनुभव किया है जिसने अपने अंदर दया का अनुभव किया है जिसने अपने अंदर समझ का अनुभव किया है उसका घर भूसे का नहीं उसका घर कोई तूफान आए वह कहीं नहीं जाएगाl
सारी आशाओं का कुआं जब मनुष्य के अंदर पहले से ही है तो यह कैसे संभव है कि मनुष्य निराश हो जाए आदमी समझे सोचे देखें अनुभव करें कि जिस चीज की उसको जरूरत है जिस चीज की उसको प्यास है जिस चीज की उसको चाहा है सब कुछ उसके पास विश्व शांति दूत श्री प्रेम रावत जी के शांति संदेश को घर में बैठकर सुनना चाहते हैं तो टाइमलेस टुडे अपने मोबाइल में डाउनलोड करके देख बात सुन सकते हैं प्रेम रावत ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं अधिक जानकारी के लिए गूगल पर सर्च करें “प्रेम रावत डॉट कॉम” इस कार्यक्रम में सेवा करने वाले पांच दर्जन स्वयंसेवकों को मेडल पहनाकर हरदोई की प्रेम रावत डॉट कॉम टीम द्वारा सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया गया स्वयंसेवक टीम ने अपने अथक प्रयास साहसिक रूप से परिचय देते हुए इस कार्यक्रम को संपन्न कराया कार्यक्रम में स्वामी दयाल कुशवाहा जी ने कार्यक्रम की जिम्मेदारी अलग अलग तरीके से स्वयं सेवकों को सौंपीथी
जिसका उन्होंने विधिवत निर्वहन किया शांति संदेश पंडाल में महिला और पुरुष को बैठने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी महिलाओं की तरफ महिलाएं स्वयं सेवक पुरुषों की तरह पुरुषों सेवक लगाए गए थे । इस संदेश को और सुनने और समझने की इच्छा व्यक्ति की उन लोगों ने स्वागत कक्ष में अपना नाम और मोबाइल नंबर भी लिखवाया जिससे कि उन्हें भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों की सूचना मिल सके इस दौरान पीके गुप्ता मनोज कुमार कुमार गुप्ता रामचंद्र पुष्पेंद्र डॉ नागेश्वर शर्मा धीर सिंह ने सभी स्वयंसेवकों को मेडल पहनाकर उनका उत्साह बढ़ाया
इस दौरान स्वामी दयाल कुशवाहा आरेंद्र कुशवाहा, लालजीत , छंगे, लालराम, मुरारी, सचिन स्वर्णकार, शांति कुशवाहा, रामनरेश, ब्रजराज कुशवाहा, विजय सिंह, ओपी सिंह सोमवंशी, राधेश्याम, शिव आधार वीर सिंह, दिव्यांका जागृति आदि लोग मौजूद रहे।