रिपोर्ट,ब्यूरो आशु मलिक
सीतापुर के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आई हुई है हर पांच किमी. की दूरी पर एक झोलाछाप डॉक्टर अपनी तामझाम के साथ क्लीनिक संचालित कर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है ऐसे कई मामले पूर्व में सामने आ चुके है इतना ही नहीं शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने से अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवार उठ रहे हैं डॉक्टर धरती पर भगवान का रूप होता है जो बीमार लोगों को ठीक कर उनको नई जिंदगी देता है लेकिन सीतापुर इलाक़े में झोलाछाप और फर्जी डॉक्टर लोगों की जिंदगी देने के बजाए उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं झोलाछाप डॉक्टर हॉस्पिटल में कुछ समय कम्पाउंडरी की ट्रेनिंग लेने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में खुद की क्लीनिक खोल लेते हैं डॉक्टर बन कर बैठ जाते हैं गंभीर बीमारियों का इलाज करने लगते है जबकि इनके पास न तो संबंधित योग्यता है और न ही उपचार संबंधी लाइसेंस
ऐसा ही मामला सीतापुर के लहरपुर ग्रामीण इलाके तंबौर रोड का है जहां पर इंटर पास मोहम्मद मोनिश खान उजमा पॉली क्लिनिक 24 घण्टे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध चला रहा है दिन रात ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर रहा है ग्रामीणों की ख़ून पसीने की कमाईं पल भर में ले रहा है उजमा पॉली क्लिनिक को किसी भी अधिकारी का खौफ नहीं है न कोई अधिकारी से डर खुले आम चला रहा है उजमा पॉली क्लिनिक अब देखना है क्लिनिक पर कार्रवाई होती है या ठंडे बस्ते में सीएमओ इस मामले को दबा देंगे !!!!!