सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर आज मनाया जाएगा निक्षय दिवस
क्षय रोग के लक्षण वाले मरीजों की होगी बलगम जांच
कानपुर नगर 14 दिसम्बर 2022
आज से हर माह की 15 तारीख को जिले के सभी स्वास्थ केन्दों में निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा| इसका उद्देश्य क्षय रोगियों की पहचान करके उनका उपचार करना है ताकि 2025 तक इस रोग को भारत से ख़त्म किया जा सके|
इस संदर्भ में बुधवार को जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ ऐपी मिश्रा की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें जिला अस्पताल सहित नगरीय एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य (सीएचस) केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) तथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मनाए जाने वाले निक्षय दिवस के सफल आयोजन के लिए चर्चा हुई। जिला क्षयरोग अधिकारी ने कहा टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत प्राथमिक रूप से संभावित क्षय रोगियों को चिन्हित कर जांच करवाना आवश्यक है।
उन्होंने बताया निक्षय दिवस पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी में आने वाले मरीजों में जिन मरीजों में 10% क्षय रोग के लक्षण पाए जाएंगे जैसे- 2 हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, या लगातार वजन कम हो रहा हो– उन्हें चिन्हित कर उनके बलगम की जांच की जाएगी। रोगियों की जांच के लिए खुले स्थान पर कफ कॉर्नर बनेंगे जिसमें बलगम की जांच होगी।
जिला क्षय रोग समन्वयक राजीव सक्सेना ने बताया निक्षय दिवस पर संभावित क्षय रोगियों की जांच के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बलगम की जांच व बैठने की व्यवस्था खुले स्थान पर की जाएगी। जिनकी जांच होगी उन्हें टीबी के लक्षण, जांच एवं उपचार के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी जाएगी। राजीव ने बताया निक्षय दिवस पर संभावित क्षय रोगी के परिवार के सदस्यों की भी सूची बनाई जाएगी जिससे समुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) व आशा संगिनी के माध्यम से संबंधित सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस)को उपलब्ध कराएंगे।साथ ही बताया सीनियर टी बी लैब सुपरवाइजर (एसटीएलएस) एवं लैब टेक्नीशियन द्वारा एचआईवी एवं डायबिटीज की जांच से छूटे हुए क्षय रोगियों की जांच इस दिन सुनिश्चित की जाएगी व निक्षय पोर्टल पर उन क्षय रोगियों की दवा के प्रति संवेदनशीलता की जांच नहीं हुई है तो निक्षय दिवस पर सभी रोगियों के पहले से एकत्र किए गए बलगम के नमूने को उसी दिन जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
इस दिवस पर क्षय रोगियों की सूचना निक्षय पोर्टल पर अगर अपडेट नहीं हुई है उन्हें अपडेट कराया जाएगा और निश्चय पोषण योजना से संबंधित तकनीकी मामलों का भी हल किया जाएगा और जो क्षय रोगी बीच में इलाज छोड़ चुके है उनके फॉलो कर पुनः इलाज शुरू करने पर विशेष बल दिया जाएगा। आयोजित बैठक में जनपद के सभी एसटीएस (वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक), एसटीएस वरिष्ठ सहयोग प्रयोगशाला पर्यवेक्षक (एसटीएलएस) पीपीएम समन्वयक कार्यालय लिपिक वैभव उपस्थित रहे।