प्रतापगढ,कांग्रेस राज्यसभा सदस्य ने पाकिस्तान विदेश मंत्री विलावल भुटटो के प्रधानमंत्री व देश के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी जताया आक्रोश

रिपोर्ट=शिव पंडित

लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री विलावल भुटटो द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा देश के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी को लेकर शनिवार को यहां तल्ख प्रतिक्रिया जतायी है। स्थानीय कैम्प कार्यालय पर मीडिया से रूबरू हुए राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि विलावल भुटटो को यह याद रखना चाहिए कि नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और राजनैतिक विचारधाराओं के मतभेद के बावजूद कांग्रेस देश और देश के प्रधानमंत्री का अपमान कतई बर्दास्त नही कर सकती।

उन्होने विलावल भुटटो को भारत के अतीत के शौर्य का स्मरण दिलाते हुए कठोरतम शब्दो मे कहा कि भुटटो को यह याद रखना चाहिए कि भारत देश का हौंसला इन्दिरा गांधी के सोलह दिसंबर के साहसपूर्ण फैसले को लेकर इस तरह बरकरार है कि भारतवासियों का हौसला भी वही है और वहीं भारत की पराक्रमी सेना है, जिसके चलते एक न एक दिन भारत पाक अधिकृत काश्मीर को भी भारत के नक्शे से जोड देगा। उन्होने स्पष्ट किया कि काश्मीर की एक एक इंच भूमि हमारी है। कांग्रेस सांसद ने भारत तथा प्रधानमंत्री के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी के लिए विलावल भुटटो से अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर फौरन क्षमायाचना पर जोर दिया है।

वहीं पत्रकारो से बातचीत मे श्री तिवारी ने चीन के लगातार अरूणांचल प्रदेश, सिक्किम की सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कायरतापूर्ण सीमा के अतिक्रमण के प्रयास को चिन्ताजनक करार दिया है। श्री तिवारी ने कहा कि अरूणांचल के तवांग मे चीनी सैनिको के अतिक्रमण पर पीएम की चुप्पी से देश जरूर हतप्रभ हो उठा है।

उन्होने कहा कि लोकसभा तथा राज्यसभा दोनो सदनो मे इस ज्वलन्त राष्ट्रीय मुददे पर चर्चा न कराना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण तथा पुरानी परम्पराओं के खिलाफ है। उन्होने कहा कि जब पूरा राष्ट्र सीमा पर अतिक्रमण के खिलाफ एकजुट है तो ऐसा क्या है जो देश से छिपाया जा रहा है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि जी-20 सम्मेलन मे चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी.जिनपिंग के सामने अवसर मिलने पर भी लददाख मे पैंगोग झील के उत्तरी तट, गोगरा और कुगरांग नाला सहित कई अलग अलग हिस्सो मे हमारे लगभग सैकडो वर्ग किलोमीटर भूभाग पर चीनी सैनिको द्वारा अतिक्रमण करने के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत की भावनाओं से चीनी राष्ट्राध्यक्ष को अपना विरोध दर्ज न कराना भी अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिंतनीय है।

सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री पर राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमी का तंज कसते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नही कि चीन से होने वाले अरबो खरबो के व्यापार में मोदी सरकार की कोर दबी है और वह कुछ छिपाना चाहते हैं। श्री तिवारी ने कहा कि चीन के रवैये पर प्रधानमंत्री को अपनी खामोशी तोडनी चाहिए और राजनैतिक साहस का प्रदर्शन करते हुए उसकी हरकतो पर कडा प्रतिवाद करना चाहिये।

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