हरदोई।निरंकुश नौकरशाही से नगर पालिका परिषद शाहाबाद जूझ रही है। नगर पालिका परिषद के कर्मचारी एवं अधिकारी भ्रष्टाचार के आकंठ में डूब गए हैं।
ये निरंकुश कर्मचारी तथा अधिकारी
नागरिकों को छोटे छोटे कार्यों के लिए परेशान कर रहे हैं।ये भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी हर कार्य के लिए रिश्वत मांगते रहते हैं।आवास की फाइल हो,जल की बात हो,सफाई या लाइट की बात हो। सभी कार्यों के लिए नगर पालिका में मौजूद कर्मचारी पैसों की मांग करते हैं।
नगर पालिका के सफाई निरीक्षक सफाई अभियान के नाम पर कुछ सफाई कर्मचारियों को छूट देकर प्राइवेट कर्मियों को लगाकर वसूली करते हैं।नगर में जगह-जगह गंदगी, टूटी सड़कें, जगह जगह गड्ढे देखने को मिल जाएंगे। गड्ढा मुक्ति अभियान के नाम पर लाखों रुपए का गबन नगर पालिका परिषद शाहाबाद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने कर लिया है।भ्रष्टाचार के इस खेल में जिला एवं स्थानीय प्रशासन पूरी तरह लिप्त है। यही कारण है कि जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी भी नगर पालिका परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नहीं करते।
समय समय पर होने वाले विभिन्न आयोजनों में किस तरीके से अधिकारी और कर्मचारी धन का दुरुपयोग कर अपनी कमाई करते हैं,यह किसी से छिपा नहीं है। जो इस बात का प्रमाण है कि नगर पालिका के सभी अधिकारी तथा कर्मचारी भ्रष्टाचार की डोरी में बंधे हुए हैं।
गृहकर विभाग का राजस्व निरीक्षक अनस खां पूरी तरह से जनता की परेशानी का सबब बना हुआ है।सर्वे के नाम पर संग्रह कर्मचारी तथा राजस्व निरीक्षक अवैध वसूली कर गृहकर विभाग को अपनी अवैध कमाई का जरिया बनाए हुए है।आम जनता की सहायता के लिए क्लर्क तथा संबंधित अधिकारी नदारद रहते हैं। स्वच्छकार और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबुओं की कुर्सी पर विराजमान रहते हैं।
क्लर्क से लेकर ई ओ तक दिन दिन भर गायब रहते हैं। जिसकी वजह से सफाई व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था आदि ध्वस्त हो गई है। फलस्वरूप नगर के वाशिंदों में नगर पालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति गहरा असंतोष है। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष नसरीन बानो पत्नी सपा नेता पूर्व विधायक आसिफ खां का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से नगर पालिका परिषद शाहाबाद के अधिकारी एवं कर्मचारी ड्यूटी पर रहे बिना ही हराम की तनख्वाह ले रहे हैं।यह दशा तब है,जब बायोमेट्रिक अटेंडेंस कर्मचारियों की होती है।अधिकारियों को इससे छूट मिली हुई है।जिला प्रशासन एवं स्थनीय प्रशासन का इस नगर पालिका पर नियंत्रण न होने से जनता चारों ओर से संकटों से घिरी हुई है।