सिधौली सीतापुर,केंद्र सरकार ने हर घर योजना के तहत समस्त ग्राम पंचायतों में पानी टंकी निर्माण के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भरे मंच से जल जीवन मिशन योजना को लेकर कई दावे कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ज्यादातर ग्राम पंचायतों में पानी की टंकी के निर्माण कार्य को संपन्न कराने की कोशिश कर रहे हैं,
लेकिन जनपद सीतापुर के तहसील सिधौली के ग्राम पंचायत हीरपुर में कुछ बेखौफ दबंगों ने पानी की टंकी के निर्माण के कार्य को अवरुद्ध कर दिया है।
ग्राम प्रधान हीरपुर नीरज त्रिपाठी ने बताया कि गाटा संख्या 129 रकबा 0.240 हेक्टेयर की जमीन राजस्व अभिलेखों में नवीन परती के नाम पर दर्ज है। उन्होंने बताया कि 17 मार्च 2023 को लेखपाल कानूनगो और पुलिस बल द्वारा भूमि का स्थलीय निरीक्षण कर मैपिंग आदि का कार्य संपन्न किया गया था और पानी की टंकी के निर्माण के लिए इस भूमि को चिन्हित किया गया था, लेकिन जब निर्माण कार्य शुरू हुआ। तभी गांव के ही अवध बिहारी, रामासरे व मोहनलाल पुत्रगण भगवानदीन तथा उनके परिजनों ने उसी जमीन पर कई पक्के मकान बने होने का दावा करते हुए इस भूमि पर अपने पट्टे की बात बताई थी। जिस पर उप जिलाधिकारी सिधौली ने उन लोगों को पट्टे के कागज को 3 दिन में पेश करने के निर्देश दिए थे। ग्राम प्रधान की माने तो आज तक आरोपीगणों ने आवासीय पट्टे के कोई कागज पेश नहीं किए
बल्कि उसी भूमि पर दोबारा कब्जा करने की नियत से निर्माण कार्य शुरू किया था। जिस पर तहसील प्रशासन ने पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचकर काम को रुकवा दिया था और पानी की टंकी के निर्माण कार्य को भी रुकवाया गया था। ग्राम प्रधान हीरपुर नीरज त्रिपाठी ने बताया कि 2 माह बीत चुके हैं लेकिन अभी तक पानी की टंकी का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है बल्कि दबंगों ने उसी सरकारी भूमि पर कब्जा करने की नियत से निजी निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ग्राम प्रधान ने बताया कि गाटा संख्या 129 के एक बड़े भूभाग पर अवैध कब्जा कर रखा है उसी गाटे की शेष भूमि, जो रिक्त पड़ी थी उसी को तहसील प्रशासन ने पानी की टंकी के लिए चयनित किया था। किंतु अब आरोपी दबंगगण शेष सरकारी नवीन परती की भूमि पर भी अवैध रूप से कब्जा कर रहे है। ग्राम प्रधान की माने तो जिन लोगों का इस सरकारी भूमि पर कब्जा है वह लोग ग्राम प्रधान पर मानसिक रूप से दबाव भी बनाते हैं, तथा जब निर्माण कार्य शुरू होने की बात की जाती है तो आरोपीगण ग्राम प्रधान से फौजदारी पर आमादा हो जाते हैं। ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी सीतापुर, मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी समेत कई उच्च अधिकारियों को पत्र के माध्यम से निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने उनके पत्र पर कोई संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में सवाल यह है कि क्या तहसील के अधिकारी सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना को कोई महत्व नहीं दे रहे हैं ? जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भरे मंच से 2024 तक जल जीवन मिशन योजना के काम को संपन्न कराने की बात करते हुए दावे करते हैं। तब तहसील के अधिकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन योजना को महत्व क्यों नहीं दे रहे हैं? 2 माह बीतने के बाद भी अभी तक पानी की टंकी का निर्माण कार्य शुरू क्यों नहीं हो सका, एक बड़ा सवाल है। विश्वसनीय सूत्रों का यह भी दावा है कि दबंगों के पीछे भाजपा के किसी बड़े नेता का हाथ हो सकता है, जिसकी वजह से शायद तहसील प्रशासन अभी तक ग्राम प्रधान के शिकायत पत्र के बाद भी कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। अगर भाजपा का कोई बड़ा नेता इन दबंगों के साथ मिलकर सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना को अवरुद्ध करवा रहा है तो यह सरकार की छवि के लिए खराब है। यदि इसी प्रकार जल जीवन मिशन योजना में व्यवधान उत्पन्न होते रहे और पानी की टंकी का निर्माण नहीं हो पाया तो 2024 तक सभी लोगों के घर तक पानी पहुंचाना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा और ये सरकार की छवि पर एक धब्बा भी लगा देगा।
तहसीलदार सिधौली ने बताया कि उक्त मामले की शिकायत ग्राम प्रधान द्वारा शिकायती पत्र के माध्यम से किए गई है। आगामी सोमवार को टीम का गठन किया जाएगा। जिसके बाद जांच करा कर आवश्यक विधिक कार्रवाई कराई जाएगी। जब इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी सीतापुर से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उनका फोन पहुंच से बाहर बता रहा था। जिससे वार्ता नही हो पाई।