सिधौली सीतापुर, उपजिलाधिकारी सिधौली के कार्यालय में राजनैतिक दलों और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा दिये जाने वाले ज्ञापन उपजिलाधिकारी की अनुपस्थित में स्थापित प्रशासनिक शिष्टाचार के विरुद्ध बजाय अन्य अधिकारियों के उपजिलाधिकारी के अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा स्वीकार कर लिये जाते हैं।
ग़ौरतलब है कि बुधवार को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी व युवा मोर्चा की टीम जब ज्ञापन देने उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुँची तो वहाँ उपजिलाधिकारी राखी वर्मा मौजूद नहीं थीं पूछने पर बताया कि मैडम कहीं बाहर गई हैं आप ज्ञापन हमे ही दे दें इसके उपरांत आशुलिपिक सुशील शुक्ला द्वारा ज्ञापन ले लिया गया अब सवाल ये उठता है की क्या उपजिलाधिकारी की ग़ैर मौजूदगी में उनके अधीनस्थ कर्मचारी किसी भी प्रकार का राजनैतिक ज्ञापन लेने का अधिकार रखते हैं।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा द्वारा ये ज्ञापन ढाबे पर कुछ दिनों पहले हुई घटना के सन्दर्भ में था जिसमे युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने ये माँग की थी की ढाबे पर हुई मारपीट में जो पुलिस के द्वारा क्षेत्र के युवाओं पर लूट व छेड़छाड़ का ग़लत तरह मुक़दमा दर्ज किया गया है उसे हटाया जाए व दोनों पक्षों पर मुक़दमा दर्ज हो।उन्होंने बताया कि पुलिस को ग़लत सूचना देकर इस तरह की गंभीर धाराएँ दर्ज कर दी गई हैं