हरदोई(अम्बरीष कुमार सक्सेना) विकास भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में जनपदीय सांख्यिकीय आंकड़ा संग्रहण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के लिए सर्वेक्षणों में एकत्र किए गए आंकड़े बहुत महत्वपूर्ण हैं। सर्वेक्षणों में एकत्र आंकड़े नीति निर्माण एवं कार्यक्रम मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, ग्रामीण विकास और आर्थिक विकास के लिए एक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण विशेष रूप से विनिर्माण, व्यापार और अन्य सेवा क्षेत्र में अनिगमित गैर-कृषि प्रतिष्ठानों की आर्थिक और परिचालन विशेषताओं के लिए समर्पित है। अनिगमित क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है जहाँ बड़ी संख्या में रोजगार सृजन होता ह,ै और जिसका जीडीपी के उन्नयन में अहम योगदान है। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद की इकाइयों का वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण में पंजीकरण कराया जाए। सभी ईंट भट्ठों का एएसआई में पंजीकरण कराया जाए। उद्योग विभाग के अधिकारी पंजीकरण में सुधार के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करें। उन्होंने बताया कि जनपद में उद्योगों को बढ़ावा मिला है। सरकार उद्योगों को बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है ताकि बड़ी संख्या में रोजगार सृजन हो सके। उन्होंने एनएसएसओ के अधिकारियों से कहा कि कार्य मे किसी भी कठिनाई की दशा में तत्काल सूचित करें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ऐसी व्यवस्था विकसित की जाए कि रिपोर्टिंग को शत-प्रतिशत किया जा सके। उद्यमियों को संवेदीकृत किया जाए। उपनिदेशक सांख्यिकी ने कहा कि संवेदीकरण कार्यशाला का उद्देश्य लोगों को सही आंकड़े देने के लिए प्रेरित करना। सभी उद्योगों को फैक्ट्री अधिनियम के दायरे में लाना चाहिए।
एनएसएसओ लखनऊ से आये प्रशिक्षकों ने डॉ आशुतोष शुक्ला व मनीष कुमार कौशल ने विस्तार से बताया कि किन उद्यमों को सर्वेक्षण में शामिल किया जाना है और किन उद्यमों को इसकी परिधि से बाहर रखना है। उन्होंने सर्वेक्षण के दौरान प्रयोग होने वाले अधिनियमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि की किन बिन्दुओं पर आंकड़ों का संग्रहण किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान प्रतिष्ठान रोजगार का विवरण दर्ज किया जाएगा। प्रशिक्षकों ने वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण तथा अनुप्रयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण की वैधानिक स्थिति के बारे में बताया तथा वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण की कवरेज पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एनएसओ द्वारा उपलब्ध कराए गए शेड्यूल पर एएसआई के माध्यम से आंकड़ा संग्रहित किया गया। विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षणों को एक साथ जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि इसी वित्तीय वर्ष में में सेवा क्षेत्र के संबंध में एक पृथक सर्वे किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी, उपनिदेशक सांख्यिकी दिनेश कुमार सिंह। व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।