उज्जैन, गांधी विनोबा जे पी विचार की धरोहर साधना केंद्र राजघाट वाराणसी को यथावत सुरक्षित रखने का आश्वासन आयुक्त वाराणसी से विनोबा विचार प्रवाह परिवार द्वारा भेंट करने के बाद मिला

उज्जैन।वाराणसी के मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा धर्मपत्नी बहन सोहनी महर्षि के साथ अंकितग्राम, सेवाधाम उज्जैन पहुंचे। जहां विनोबा विचार प्रवाह द्वारा तीन दिवसीय नंदिनी लोकमित्र राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन के पूर्व दिवस पर सेवाधाम को आशीर्वाद देने पधारे कौशल राज शर्मा आयुक्त वाराणसी मंडल का आना हुआ। देश के 11 राज्यों के 100 से अधिक साथी जयेश भाई पटेल जी सहित भाग लेने पहुंच रहे हैं। जो यहां पर स्त्री शक्ति को बढ़ावा देने के लिए गहन चर्चा करेंगें।


विगत दिनों प्रधानमंत्रीजी के वरदहस्तों पीएम एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित हुए मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा , एवं इन्दौर के प्रख्यात समाजसेवी विनोबा विचार प्रवाह परिवार से जुड़े अमित जोशी के साथ पहुंचे। अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने अपने आश्रम की सम्पूर्ण गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए सम्पूर्ण आश्रम का भ्रमण कर यहां निवासरत बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्ग स्त्री-पुरूषों से आत्मीय मुलाकात की। इस अवसर पर अंकितग्राम राष्ट्रोत्सव अंतर्गत सेवाधाम आश्रम के परोक्ष समाजसेवी मास्टर अंकित गोयल के 39वें जयंती पर्व पर 39 दिवसीय 32वें वर्षा मंगल महोत्सव के अवसर पर विनोबा विचार प्रवाह द्वारा प्रेरित नंदिनी लोकमित्र राष्ट्रीय सम्मेलन के पूर्व दिवस पर सेवाधाम के सेवांगन में पौधा रोपण किया। श्री शर्मा दंपति को इस अवसर पर सम्राट विक्रमादित्य राष्ट्रीय कर्मयोगी सम्मान से , सुधीर भाई गोयल, जमनानाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती विमला बहन, श्रीमती कांता भाभी, गोरी गोयल, राजकुमार अग्रवाल, जलगांव द्वारा सम्मानित किया गया।
कौशल राज शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि -भगवान का यही वचन है कि इंसान – इंसान की सेवा करे यही सच्ची सेवा और पूजा है। सेवाधाम के माध्यम से यह मानवीय सेवा का यह जो कार्य किया जा रहा है वह अनुकरणीय है। मैं समाज से अपील करता हूं कि यदि समाज के सभी लोग ऐसी सेवा करने लगे तो किसी भी पीड़ित को समाज से तिरस्कृत होने का मौका ही नही मिलेगा। समाज में आज ऐसे आश्रमों की हर राज्य में आवश्यकता है । मुख्य अतिथि श्री शर्मा ने कहा कि वाराणसी में भी इस प्रकार की सेवा करने का कोई केंद्र खुल सके ऐसा हमारा प्रयास रहेगा। अपनी सेवा काल में पीलीभीत लखनऊ में गांधी-विनोबा के विचार को समाज में प्रोत्साहन देने के लिए प्रसिद्ध मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा से सीवधाम आश्रम उज्जैन में मुलाकात के दौरान विनोबा विचार प्रवाह परिवार द्वारा उनका ध्यान राजघाट परिसर वाराणसी की ध्वस्त करने की चेतावनी वाली गंभीर समस्या पर आकर्षित करते हुए बताया गया कि आचार्य
विनोबा भावे ने भूदान आंदोलन के द्वारा दुनिया के लिए एक नया अनोखा इतिहास रचा था । बाबा कहा करते थे कि कत्ल से सैकड़े एकड़ में भूमि मिली कानून बनाकर सरकार हजार एकड़ जमीन ले सकी लेकिन करुणा से पूरे भारत में गांव-गांव घूमकर 45 लाख एकड़ जमीन दान में प्राप्त हुई। जिसका वितरण भूमिहीनों को हुआ भी है और अभी कई राज्यों में हो भी रहा है।
उन्हीं विश्व विख्यात संत विनोबा भावे की यात्रा वर्ष 1960 में वाराणसी आई। यहां पर भी जमीनों का दान मिला । वरुणा के किनारे राजघाट वाराणसी में साधना केंद्र बनाया गया जिसका उद्देश्य था ग्राम स्वराज्य के वातावरण बनाने हेतु कार्यकर्ता तैयार करना तथा गांधी विनोबा विचार को जन जन तक पहुंचाने हेतु सर्वोदय साहित्य गीता प्रवचन और कार्यकर्ता पाथेय जैसी पुस्तकों का प्रकाशन हुआ जिससे उस समय के आर एस एस से जुड़े लोग भी प्रभावित हुए थे। ऐसा कार्यकर्ता तैयार हो सके जो रचनात्मक दिशा की ओर अग्रसर होकर सर्वोदय शैली को अख्त्यार करके कुछ कल्याणकारी कार्यक्रम करे।
जयप्रकाश नारायण ने इसी स्थान पर गांधियन इंस्टीट्यूट आफ स्टडीज (गांधी विद्या संस्थान) शोध केंद्र के रूप में अच्छे उद्देश्य को लेकर खड़ा किया गया था। जो बाद में विवाद का शिकार हो गया।
वर्तमान में साधना केंद्र राजघाट वाराणसी की भूमि संबंधी भवन ध्वस्तीकरण की चेतावनी के प्रकरण को लेकर
सर्वोदय जगत के सभी अग्रज चिंतित हैं और साथी अहिंसक सत्याग्रह भी काफी दिनों से चला रहे हैं। गांधी विनोबा विचार के माटीदीप विनोबा विचार प्रवाह परिवार के साथियों ने वाराणसी की गंभीर समस्या को यथाशीघ्र निस्तारण कराने के विषय पर श्री कौशल राज शर्मा भाई जी से विनम्र चर्चा विनोबा विचार प्रवाह के साथियों ने कर हल का आग्रह किया।
इस अवसर पर विनोबा विचार प्रवाह परिवार के संस्थापक सूत्रधार रमेश भइया जमनालाल बजाज पुरस्कार से रचनात्मक क्षेत्र में सम्मानित विमला बहन ने आयुक्त वाराणसी मंडल जो पीलीभीत और लखनऊ के जिलाधिकारी के रूप में विनोबा सेवा आश्रम के सेवा कार्यों को आशीर्वाद देते रहे हैं। उन्होंने गांधी विनोबा के विचार से अनुप्राणित अनेक कार्यों को गति देने में अपना सहयोग दिया था। इसलिए श्री कौशल राज शर्मा को वर्तमान में साधना केन्द्र राजघाट वाराणसी की जो समस्या श्री रामधीरज भाई जी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल संयोजक अरविंद अंजुम जी द्वारा रोज अपील के माध्यम से अवगत कराई जा रही है। उस पीड़ा की अंतरात्मा से श्री शर्मा जी को अवगत कराया उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि गांधी-विनोबा जे पी या और महापुरुषों की अमिट धरोहर राजघाट वाराणसी के पवित्र परिसर को सुरक्षित करना और उत्पन्न झंझावातों से बचाना और परिसर में गांधी विनोबा के विचार की सुंदर जीवंतता लाने का प्रयास हमारा सदैव रहा है और आगे भी रहेगा। ताकि राजघाट साधना केंद्र के परिसर में आने के बाद गांधी विनोबा के विचार से प्रेरित होकर समाज को अपना जीवन अर्पित कर सके। क्योंकि सम्पूर्ण देश वरन विश्व मानता है कि साधना केन्द्र राजघाट परिसर से गांधी-विनोबा का प्रेरक सद साहित्य प्रकाशित होता रहा है तथा वहां से गांधी-विनोबा का विचार सम्पूर्ण विश्व में प्रसारित हुआ है। भविष्य में भी वह केन्द्र आगे आने वाली युवा पीढ़ी को गांधी-विनोबा विचार से मार्गदर्शित करता रहेगा । इस परिसर का सौभाग्य है कि वहां पर पूज्य विनोबा भावे, दादा धर्माधिकारी, भाया राधाकृष्ण बजाज,एवं दीदी निर्मला देशपाण्डे,ने अपने जीवन के मूल्यवान दिन यहां बिताए है। श्री सिद्धराज ढाढ्डा, आदरणीय विमला ठक्कार , ठाकुर दास बंग अविनाश भाई तथा हम सबके अग्रज वर्तमान में प्रख्यात सर्वोदय विचारक अमरनाथ भाई की तपोस्थली रही है। देश में इतने लोगों की कर्मस्थली शायद ही कोई दूसरा केंद्र हो।इस सहानुभूति पूर्वक हुई चर्चा के अवसर पर अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल झारखण्ड की गीता सिंह , बिहार की उषा शर्मा, सर्वोदय नेत्री प्रतिमा बहन, शाहजहांपुर, परिवार परामर्श केंद्र की अल्पना रायजादा गाजियाबाद, अदिति अहमदाबाद सीमा सिंह, हरदोई, निर्मला बहन, फरूखाबाद सहित देशभर से नंदिनी लोकमित्र राष्ट्रीय सम्मेलन में पधारे प्रतिभागी गण भी उपस्थित रहे। सम्मेलन में जयेश भाई पटेल गांधी आश्रम अहमदाबाद भी का भी प्रतिभाग रहा।

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