हरदोई।
नवविवाहित दंपति को परिवार नियोजन साधनों की जानकारी देकर और साधन मुहैया कराकर काफी हद तक परिवार सीमित रखने के लक्ष्य को तो पूरा किया ही जा सकता है इसके साथ ही अनचाहे गर्भधारण की स्थिति से भी महिला को बचाया जा सकता है | अनचाहे गर्भधारण की स्थिति में असुरक्षित गर्भसमापन के कारण महिला का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है | इन्हीं सब उद्देश्यों के साथ साल 2020 से हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है | यह बात जिला महिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. सुबोध कुमार ने कहीं |
उन्होंने कहा कि सही समय पर परिवार नियोजन के साधनों के उपयोग से महिला और बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहता है | स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि सभी योग्य दंपति को परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी दी जाए और उनकी पसंद के अनुसार उन्हें उपलब्ध भी कराया जाए | यह साधन स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध हैं, जिसमें त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक नॉन हार्मोनल गर्भनिरोधक गोली छाया, माल –एन, कंडोम प्रमुख हैं | उन्होंने कहा कि पहले बच्चे की योजना विवाह के दो साल बाद बनाएं और दो बच्चों के जन्म के बीच में कम से कम तीन साल का अंतर रखें | इससे मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहते हैं |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी इंद्रभूषण सिंह ने बताया कि सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस जिला महिला चिकित्सालय, सभी 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मनाया गया | इस दिन स्त्री क्लीनिक में तीन महिलाओं ने नसबंदी अपनाई | इसके साथ ही 97 महिलाओं ने प्रसव पश्चात आईयूसीडी (पीपीआईयूसीडी) और 13 महिलाओं ने आईयूसीडी को अपनाया| 135 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर भरोसा जताया | इसके अलावा माला-एन के 256 पैकेट्स, 32 आकस्मिक गर्भनिरोधक गोली, 196 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया और 3657 कंडोम का वितरण हुआ
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खुशहाल परिवार दिवस के अवसर पर समाजसेवी चंद्र प्रकाश द्विवेदी, एफपीएलएमआइएस मैनेजर किंदरलाल और परिवार कल्याण परामर्शदाता गरिमा शुक्ला मौजूद रहीं |