गोरखपुर, रविवार से आयुष्मान भवः अभियान का होगा आगाज, 19 स्थानों पर लगेंगे आयुष्मान मेले

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी जानकारी

गोरखपुर, 15 सितम्बर 2023 ।

जिले में आयुष्मान भवः अभियान का आगाज 17 सितम्बर को होगा । पहले दिन जिले के 19 सीएचसी पर आयुष्मान मेलों का आयोजन होगा जिनमें विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं देंगे । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने सीएमओ कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सीएचसी बेलघाट, हरनही, बांसगांव, गगहा, कैम्पियरगंज, जंगल कौड़िया, बरही, अराव जगदीश, चरगांवा, शिवपुर, सिंघोरिया, पाली, सहजनवां, भटहट, पिपरौली, पिपराईच, चौरीचौरा, बड़हलगंज और गोला में मेले लगेंगे । इन सीएचसी पर रविवार को आयोजित मेले में चक्रानुक्रम में स्त्री रोग, बाल रोग, सर्जन, नेत्र और ईएनटी विशेषज्ञों की सेवाएं भी देने की योजना है।

डॉ दूबे ने बताया कि अभियान के प्रथम घटक सेवा पखवाड़े के तहत स्वच्छता अभियान, स्वैच्छिक रक्तदान और अंगदान के संकल्प संबंधी आयोजन दो अक्टूबर तक चलेंगे। दूसरे घटक आयुष्मान आपके द्वार के तहत विभिन्न विभागों और जनप्रतिनिधियों के समन्वय से आयुष्मान भारत योजना के प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक आयुष्मान कार्ड पहुंचाया जाएगा ताकि ऐसे प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक के इलाज की सुविधा सूचीबद्ध अस्पताल में भर्ती होने के बाद मिल सके ।

सीएमओ ने बताया कि अभियान के तीसरे घटक आयुष्मान मेलों का स्वास्थ्य और पोषण की दृष्टि से काफी महत्व है। इसमें शनिवारीय मेले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लगाए जाएंगे। प्रथम शनिवार को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी । दूसरे शनिवार को टीबी, मलेरिया, डेंगू, कुष्ठ, फाइलेरिया जैसे संचारी रोगों के मरीजों की स्क्रीनिंग होगी और उनका इलाज करवाया जाएगा। तीसरे शनिवार को गर्भावस्था जांच, नियमित टीकाकरण व पोषण संबंधी सेवाएं दी जाएंगी । चौथे शनिवार को नेत्र देखभाल संबंधी सेवा घर के नजदीक ही दी जाएंगी ।

उन्होंने बताया कि अभियान के चौथे घटक के तौर पर दो अक्टूबर को आयुष्मान सभा का आयोजन होगा जिसमें स्वास्थ्य मुद्दों पर चर्चा के साथ साथ आयुष्मान कार्ड का वितरण व प्रदर्शन होगा । यह आयोजन ग्राम और वार्ड स्तर पर होंगे। अभियान के पांचवे घटक के तौर पर छह बिंदुओं में शत प्रतिशत सूचकांक वाले गांव या वार्ड को आयुष्मान गांव या आयुष्मान वार्ड घोषित किया जाएगा । इन बिंदुओं में मार्च 2024 तक पांच वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों के बीच आयुष्मान कार्ड वितरण, आभा आईडी जेनरेशन, तीस या इससे अधिक उम्र के लोगों का गैर संचारी रोगों के लिए स्क्रीनिंग, प्रति हजार जनसंख्या पर एक वर्ष में कम से कम तीस लोगों की टीबी जांच और टीबी के सफल उपचार परिणाम 85 फीसदी से अधिक होना शामिल हैं।

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