हिंद हॉस्पिटल में सीएमएस और सी ई ओ वा मेडिकल स्टाफ के बीच तीखी नोक झोंक
हिन्द हॉस्पिटल के सीएमएस ने स्टाफ के युवक को जड़े थप्पड़
डॉक्टर के इस रवैये से नाराज स्टाफ के सभी कर्मचारियों ने रोका कामकाज
नरेश गुप्ता, स्वतंत्र खबर संवाददाता
अटरिया सीतापुर,जानकारी के अनुसार अटरिया थाना क्षेत्र के मऊ स्थित हिन्द अस्पताल में शनिवार को मेल सर्जरी वार्ड दो मे ड्यूटी कर रहे सीताराम नामक युवक व (स्टॉफ नर्स) सीएमएस के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई।पद के अभिमान के चलते युवक के एक के बाद एक कई तमाचे जाड़ दिए विवाद बढ़ने पर हंगामा होने लगा। बाद में लोगों के समझाने पर हंगामा बंद बन्द होने ही वाला था की अस्पताल के सीईओ ने स्टाफ के सामने गलती स्वीकार करने की जगह जो चाहे करने की धमकी दे डाली धमकी सुनते ही पूरे नर्सिंग स्टॉफ मे आक्रोश छा गया । हंगामा होने के कारण कई घंटे मरीज परेशान रहे।
जानकारी के अनुसार शनिवार को अटरिया थाना क्षेत्र के मऊ स्थित हिंद अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर रवि सक्सेना अस्पताल में राउण्ड पर थे। और वह अस्पताल के मेल सर्जरी वार्ड दो मे जा पहुचे जहा किसी मरीज़ से दवाई वा इंजेक्शन लगाने की बात पूछी तो मरीज़ ने दावा दिए जाने से मना कर दिया
अपनी ड्यूटी कर रहे स्टॉफ नर्स सीताराम जो कि पीलीभीत जनपद का निवासी को बुलाया और अपशब्दों की बौछार करने लगे इससे पहले की सीमाराम कुछ बता पाता पद के गुरूर मे सीएमएस रवि सिन्हा ने एक के बाद एक कई थप्पड़ लगा दिए और सीधे अपने केबिन में जा बैठे वही सीताराम ने बताया के मेल सर्जरी वार्ड 2 में भर्ती मरीज लिखी गई दवाइयां नही लाया था जिसके कारण वह उन्हें सम्बंधित डोज नहीं दे सका था।
फिर क्या था एक एक स्टाफ नर्स को थप्पड़ मारे जाने की खबर पूरे अस्पताल में आग की तरह फैल गई उक्त कार्य से पूरा स्टाफ आक्रोशित हो गया और संबंधित सीएमएस से इस दवाइयां को लेकर सवाल जवाब करने लगा इसी बीच सीएमएस के साथ खड़े सीईओ ने पूरे स्टाफ को जो चाहे कर लेने की धमकी दे डाली फिर क्या था भर्ती हुई आग में जैसे घी डालने का काम हो गया जिससे पूरे अस्पताल के नर्स स्टाफ के द्वारा कामकाज रोक दिया गया
विवाद में शामिल डॉक्टरों द्वारा गलती ना स्वीकार किए जाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ता गया। विवाद बढ़ने पर स्टॉफ हंगामा करने लगा। दोनों के बीच नोकझोंक होते देख मरीज एवं तीमारदार परेशान रहे। हंगामा होते देख कुछ डॉक्टर अपने कक्ष से बाहर निकले और दोनों को समझा बुझाकर शांत कराया। हंगामा कर रहे स्टॉफ नर्स का आरोप था कि पहले भी अधिकतर ड्यूटी के नाम पर संबंधित सीएमएस परेशान करते हैं। विरोध पर कार्रवाई की चेतावनी देते हैं। स्टॉफ नर्स का यह आरोप भी था कि यहां के ऊंचे पौधों पर तैनात डॉक्टरों द्वारा निचले कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जाता है इस तरह की कई घटनाएं पहले भी हो चुके हैं लेकिन निचले स्तर के कर्मचारी होने के कारण सभी मामलों को दबा दिया जाता है