
संवाददाता ,, नरेश गुप्ता
सीतापुर/अटरिया। अटरिया थाना क्षेत्र के अंबरपुर गांव में बुधवार सुबह उस समय मातम पसर गया जब मंदिर जा रहे एक 24 वर्षीय युवक की खुले में पड़े बिजली के तार की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बिजली विभाग की घोर लापरवाही को उजागर करती है, जिसने ग्रामीणों की बार-बार की शिकायत के बावजूद टूटे हुए तार को ठीक नहीं किया था।

अंबरपुर गांव निवासी कार्तिकेय शुक्ला, जो लगभग 24 वर्ष के थे, बुधवार की सुबह पूजा-पाठ करने के लिए गांव के मंदिर जा रहे थे। रास्ते में उनके घर के सामने लगे बिजली के खंभे से एक तार काफी समय से टूटा पड़ा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस टूटे तार के बारे में बिजली विभाग को कई बार सूचित किया गया था, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
सुबह के समय कार्तिकेय जब इस रास्ते से गुजर रहे थे, तभी दुर्भाग्यवश वह उसी टूटे और खुले तार की चपेट में आ गए। करंट इतना शक्तिशाली था कि उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। कार्तिकेय की मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

मृतक के छोटे भाई विश्वनेत्रे शुक्ला और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही ने उनके घर का चिराग बुझा दिया। इस हृदय विदारक घटना ने ग्रामीणों में भारी आक्रोश भर दिया है। लोग बिजली विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही अटरिया थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अटरिया थाना प्रभारी उमाकांत शुक्ला ने पुष्टि करते हुए बताया कि युवक की मौत करंट लगने से हुई है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि समय पर शिकायतों का निवारण न करने से किस तरह के गंभीर और जानलेवा परिणाम हो सकते हैं।
