क्षय रोग एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान शुरू
प्रथम चरण में सब्जी मंडी, फल मंडी पहुंचेंगे स्वास्थ्य कार्यकर्ता
कानपुर नगर 20 फरवरी 2023
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में सोमवार 20 फरवरी से एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान शुरू हुआ।
यह अभियान तीन मार्च तक चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत जनपद की 20 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग की जाएगी | 20 फरवरी
से 23 फ़रवरी तक अभियान के प्रथम चरण के तहत सोमवार को चिन्हित समूह-स्थल जैसे अनाथालय, वृद्धा आश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण
गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, सब्जी मंडी, फल मंडी, लेबर मार्केट, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट, ईंट भट्ठों, स्टोन क्रेशर, खदान,
साप्ताहिक बाजार में एनटीईपी कर्मचारी द्वारा चिन्हीकरण किया गया । साथ ही टीबी के प्रति लोगों को जागरूक भी किया गया ।
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ एपी मिश्रा ने बताया की अभियान के दूसरे चरण में 24 फरवरी से 5 मार्च तक दस दिवसीय विशेष अभियान के तहत एनटीईपी
कर्मचारी, एएनएम, आशा द्वारा जनपद की 20 प्रतिशत जनसंख्या- (शहरी व ग्रामीण मलिन बस्ती तथा उच्च जोखिम क्षेत्र) में घर-घर
स्क्रीनिंग करेगी। इसके अलावा एसीएफ अभियान के अंतर्गत खोजे जाने वाले संभावित क्षय रोगियों का पर्यवेक्षण- समीक्षा एवं
मूल्यांकन किया जाएगा। एसीएफ अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर टीबी के साथ शुगर, एचआईवी के
मरीजों की भी तलाश करेंगे।
जिला कार्यक्रम समन्वयक राजीव सक्सेना ने बताया की दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी-बुखार आना, खांसी आते समय सीने में दर्द
होना, बलगम में खून आना, कमजोरी एवं थकावट महसूस होना, भूख न लगना, लगातार वजन का कम होना, सोते समय अधिक
पसीना आना आदि लक्षण हों तो टीबी की जाँच जरूर कराएं। हर माह की 15 तारीख को मनाये जाने वाले एकीकृत निक्षय दिवस पर
भी टीबी की जाँच करायी जा सकती है। जाँच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार शुरू कर देना चाहिए जिससे जल्द से जल्द टीबी
को मात दी जा सकें।
नार्थ स्टार चिकित्सालय ने गोद लिये चार क्षयरोगी, बांटी पोषण आहार किट
जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया की टीबी रोग का खात्मा सामूहिक प्रयास से हो सकता है। कई ऐसे मरीज है, जिन्हें इलाज के
साथ देखभाल की जरूरत भी है। ऐसे लोगों की मदद में सामाजिक संगठन और निजी चिकित्सालय भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने बताया
की सोमवार को माल रोड स्थित नार्थ स्टार चिकित्सालय ने क्षयरोग से ग्रस्त चार कुल चार बच्चों को गोद लिया और पोषण आहार
किट भी दी। उन्होंने अन्य सामाजिक संगठनों से भी टीबी मरीजों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया।