शाहजहांपुर,पुलिस ने 48 घन्टे के अन्दर थाना काँट क्षेत्र के ग्राम मीरवैश्यपुर में हुई 07 वर्षीय मासूम की निर्मम हत्या का किया खुलासा

उत्तम हत्याकांड में पुलिस ने दो हत्याभियुक्तों को किया गिरफ्तार

सगे तहेरे भाईयों ने दूसरों को फंसाने के उद्देश्य से की थी हत्या

आलाकत्ल एक नुकीली सरिया,कपडो की जली हुई राख, जूट का बोरा सहित अवैध तमंचा व कारतूस बरामद

एसएसपी ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को 25000 का इनाम देने की घोषणा

दिनेश मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार


शाहजहांपुर (उ०प्र०)

पुलिस,एसओजी/सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम ने थाना काँट क्षेत्र के ग्राम मीरवैश्यपुर में हुई 7 वर्षीय मासूम उत्तम की हत्या का खुलासा करते हुए दो हत्याभियुक्तों को मीरवैश्यपुर तिराहा मदनापुर रोड से समय शाम 6:30 बजे गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने आलाकत्ल नुकीली सरिया,कपड़ों की जली हुई राख, जूट का बोरा,अवैध तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है। घटना का सफल अनावरण करने वाली संयुक्त पुलिस टीम को एसएसपी ने ₹25000 का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
ज्ञात हो कि दिनांक 18 फरवरी को नन्हे सिंह पुत्र दलेल सिंह का छोटा पुत्र उत्तम सिंह प्रातः 09.00 बजे के बाद घर से अचानक गायब हो गया।उस दिन नन्हे सिंह के परिवार के सभी पुरुष जलालाबाद अपने रिश्तेदारी मे किसी की मृत्यु होने पर चले गये थे।शाम को वापस आने पर नन्हे को उनका पुत्र उत्तम घर पर नही मिला तो उनके द्वारा गाँव वालो तथा अपने परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से अपने लडके उत्तम सिंह उम्र 07 वर्ष की तलाश की गयी किन्तु वह नही मिला।जिसके बाद अगले दिन 19 फरवरी को सुबह नन्हे सिंह द्वारा थाना पर अपने पुत्र उत्तम के घर से गायब होने के सम्बन्ध में थाना काँट पर मुकदमा अपराध संख्या 100/2023 धारा 363 आईपीसी पंजीकृत कराया गया।
दिनांक 19 फरवरी को मुकदमा अपराध संख्या-100/2023 धारा 363 भादवि से सम्बन्धित गायब हुये बच्चे का शव गेहूँ के खेत में मिलने की सूचना प्राप्त होने पर एस आनन्द वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर सहित पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी सदर एवं थाना काँट पुलिस व एसओजी टीम तत्काल मौके पर पहुँची एवं घटना स्थल का निरीक्षण किया गया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर द्वारा एसओजी,थाना काँट एवं सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीमों का गठन करते हुये हुये बच्चे की निर्मम हत्या का खुलासा करने हेतु कड़े आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
एसएसपी शाहजहांपुर एस आनन्द के कुशल निर्देशन व सुधीर जायसवाल पुलिस अधीक्षक नगर एवं अमित चौरसिया क्षेत्राधिकारी सदर के कुशल पर्यवेक्षण मे गठित टीमों द्वारा अथक व सक्रिय प्रयास से को पंजीकृत मुकदमे से सम्बन्धित मृतक बच्चे उत्तम सिंह पुत्र नन्हे सिंह निवासी ग्राम मीरवैश्यपुर थाना कांट की हत्या का 48 घण्टे के भीतर सफल अनावरण करते हुए प्रशान्त पुत्र छोटे तथा पंकज पुत्र उदयभान निवासीगण ग्राम मीरवैश्यपुर थाना काँट जनपद शाहजहाँपुर को तमंचा कारतूस तथा आलाकत्ल सरिया सहित गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्तगण के विरुद्ध अपराध मे धारा 34/302/201/363/364/342 आईपीसी की वृद्धि की गयी।
एसएसपी शाहजहांपुर एस आनंद ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती 18 फरवरी को नन्हे सिंह का छोटा लडका उत्तम सिंह सुबह 09.00 बजे के बाद घर से अचानक गायब हो गया।उस दिन नन्हे सिंह के परिवार के सभी पुरुष जलालाबाद अपने रिश्तेदारी मे किसी की मृत्यु होने पर चले गये थे।शाम को वापस आने पर नन्हे को उनका लडका घर पर नही मिला तो उनके द्वारा गाँव वालो तथा अपने परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से अपने लडके उत्तम सिंह उम्र 07 वर्ष की तलाश की गयी।किन्तु वह नही मिला अगले दिन दिनांक 19 फरवरी को नन्हे सिंह द्वारा थाना पर अपने पुत्र उत्तम के घर से गायब होने के सम्बन्ध मे थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया।पुलिस द्वारा सक्रिय और अथक प्रयास करते हुए पतारसी सुरागरसी व पूछताछ तथा सर्विलांस तथा एसओजी का सहयोग लिया गया।जिसमे 19 फरवरी की शाम को उत्तम की लाश छोटे सिंह के गेंहू के खेत मे मिली।पुलिस द्वारा सूचना मुखबिरी व सर्विलांस के आधार पर दो लोग क्रमशः पंकज व प्रशान्त को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया गया ।
पूछताछ मे अभियुक्त प्रशान्त ने पुलिस को बताया कि अपनी दुश्मनी निकालने के चक्कर मे अपने ही चचेरे भाई उत्तम की हत्या कर दिया।गांव की एक लडकी से तीन साल पहले दोस्ती हो गयी थी।जिससे मेरा मिलना जुलना था।मैने उसे एक मोबाइल भी खरीद कर दिया था।विवाद होने के बाद मैने उससे अपना फोन वापस ले लिया तो वह मुझ से झगडा करने लगी।वह अपने ननिहाल (मेरे गांव ) मे अपने मामा के पास रहती है।इनके मामा लोगो ने मेरी शिकायत की थी और पैसा लेकर सुलह समझौता किया।फिर उसके मामा लोगो ने अपने भूसे मे खुद ही आग लगा दिया और आरोप मेरे ऊपर लगा दिया तो मुझे फिर तीस हजार रूपये देने पडे । पूछताछ पर बताया कि लडकी के मामा लोग उसके परिवार से रंजिश मानते है चूंकि लडकी ने प्रशान्त को बलात्कार मे फंसाने की बात की तो प्रशान्त डर गया और अपने चचेरे भाई पंकज के साथ मिलकर उस लडकी और उसके मामा लोगो को जेल भिजवाने की योजना बनाने लगा।प्रशान्त ने पंकज के साथ मिल कर यह प्लान बनाया कि किसी लडके की हत्या कर के इन लोगो को फंसा दिया जाये।मृतक उत्तम के पिता नन्हे बहुत सीधे साधे हैं। जो कि प्रशान्त की बात पर अन्धा विश्वास करते है।जो प्रशान्त कहता है वो बात नन्हे मान लेता है।प्रशान्त ने नन्हे की सीधाई व सराफत का फायदा उठाया और सोचा कि अगर वह नन्हे के लडके उत्तम को मारेगा तो अपने विपक्षीगण को आसानी से फँसा देगा।इसी योजना के तहत प्रशान्त ने सोचा कि इनके लडके को मारेगें तो हम जिसको चाहेगें उसको फंसवा देगें यदि किसी और को मारेगें तो वह अपने विरोधियो को नही फंसा पायेगे ।
गिरफ्तार अभियुक्त पंकज पर पहले से ही थाना जलालाबाद में हत्या का प्रयास समेत तीन मुकदमे दर्ज हैं।शिवरात्रि के दिन बीती 18 फरवरी को मृतक के पिता चाचा व परिवार के अन्य लोग जलालाबाद मे रिश्तेदारी मे मिट्टी मे गये थे।प्रशान्त ने पंकज को बुला कर बात किया और चाचा के सात वर्षीय लडके उत्तम को बुलाया और पचास रूपये दिया और राजगुटखा लाने को भेजा तथा उसे कहा कि दस रूपये मे तुम कुरकुरे भुजिया खा लेना और उसे नाले के पास गन्ने के खेत के पास बुलाया।गन्ने का खेत गांव से लगभग एक किमी दूर नाले के किनारे सुनसान जगह पर है और वहाँ पर बहुत कम लोगो का आना जाना रहता है।उत्तम प्रशान्त को भाई मानकर उसपर विश्वास करता है।इस लिये उसके पास चला गया।उसको गुटखा नही मिला तो पैसा लौटा दिया।इसके बाद प्रशान्त और पंकज ने शाम तक अंधेरा होने तक उसको वही पर गन्ना चुसने और इधर उधर की बातो मे उलझाये रखा।बीच बीच मे जब वह घर जाने की बात करता तो उसको तमंचे से डरा धमका कर वह लोग उसे चुप करा देते थे।जैसे ही अंधेरा हुआ वैसे उसको दोनो लोग खींच कर नाले मे ले गये और टांट के बोरे के ऊपर पटक कर नुकीली सरिया से उसके गर्दन व पेट तथा गुप्तांग पर कई वार कर हत्या कर दी । जब अंधेरा हो गया तो दोनो ने उसी बोरे मे लपेट कर अंधेरे मे उसकी लाश को ले जाकर गेहूँ के खेत मे डाल दिया तथा किसी को शक न हो इसलिये वह दोनो उत्तम को तलाशने मे गांव वालो के साथ लगे रहे।प्रशान्त के पास कोई फोन नही आया था फिर भी उसने अगले दिन अपने चाचा से झूठ बोलकर यह कहा कि उसके फोन पर दो नम्बरो से कॉल आयी है और फोन करने वाले ने यह कहा कि उत्तम को उसकी प्रेमिका(लडकी) के मामा लोग ले गये है और खुद लगातार अपने चाचा और चाची को गुमराह करने मे लगा रहा सूचना मुखबिरी तथा सर्विलांस के आधार पर ज्ञात हुआ कि प्रशान्त के फोन पर कोई फोन नही आया था।उसके मोबाइल को चैक किया गया तो उसमे कई आपत्तिजनक एप,चैटिंग, एप्लिकेशन,फोटो,डाउनलोडिंग हटायी गयी थी व कुछ नम्बरो की स्क्रीनशाॅट लिये गये थे।पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान भी पंकज और प्रशान्त लगातार चोरी छिपे बाते सुनने का प्रयास करते रहते थे।जिससे शक गहरा होता गया ।
दिनांक 21 फरवरी को सर्विलांस व मुखबिरी के आधार पर मीरवैश्यपुर मदनापुर रोड के पास से पंकज और प्रशांत को गिरफ्तार किया गया।प्रशांत के कब्जे से 315 बोर तमंचा कारतूस बरामद हुआ।यह दोनो इतने शातिर हैं कि हत्या करने के बाद दोनो अलग अलग दिशाओं मे चले गये।पंकज ने घटना मे प्रयुक्त बोरा तथा मृतक की एक चप्पल को मरघट पर डाल दिया ताकि पुलिस और लोगो को तांत्रिक क्रिया का शक हो घटना को तंत्र क्रिया का रुप देने के लिये ही नुकीली सरिया से उत्तम के शरीर व गुप्तांग पर सात आठ गहरे घांव किये गये और दाँत भी तोड दिया गया।इसके अलावा प्रशान्त घटना मे प्रयुक्त सरिया को अकेले ले जाकर गेंहू के खेत मे छिपा आया और दोनो ने योजना बनायी कि अगर पुलिस पकडे तो दोनो ही अलग अलग झूठा बयान दें ताकि पकडे न जा सकें और वह लोग बच जायें।पुलिस द्वारा पकडे जाने पर प्रारम्भ मे दोनो अभियुक्त विरोधाभासी बयान देते रहे और बेगुनाह लोगो का नाम लेकर गुमराह करने की कोशिश करते रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रशान्त के विरोधी को बच्चे नही हो रहे थे तथा हाल ही मे एक लडका एक लडकी हुई है जो कि अस्पताल मे भर्ती है।प्रशान्त यही साबित करना चाहता था कि उसके विरोधी ने तंत्र क्रिया के लिये बच्चे को मारा है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों हत्याभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया।जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम मे एसओजी व सर्विलांस सेल के प्रभारी उपनिरीक्षक रोहित सिंह, कांस्टेबल शिवम सिंह सर्विलांस सेल तथा एसओजी टीम के हेड कांस्टेबल राजाराम पाल,सुशील शर्मा,प्रभात चौधरी एवं
थानाध्यक्ष जयशंकर सिंह
उपनिरीक्षक देशपाल सिंह, राजकुमार सिंह,मोहब्बत अली,हेड कांस्टेबल आमिर हसन,विजय प्रताप सिंह,धीरज सिंह,कांस्टेबल अवधेश,शुभम सिंह,विक्रान्त मलिक,जसवीर राणा, सचिन सिंह,दीपान्शु बड़गोती आदि पुलिसकर्मी शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *